बाप और बेटे के रिश्तों पर आधारित यह बेहतरीन कहानी आपको लाजवाब कर देगी
संघर्षों के बाढ़ में।
जज्बातों की तूफान समेटे।
अपने परिवार को संभाल रहा वो।
वह बाप ही है, हर मुश्किल को टाल रहा जो।
अपने हसरतों को तोड़ के।
अपने सपनों को छोड़ के।
खुद को कर्त्तव्यों में ढाल रहा वो।
वह बाप ही है, अपने बच्चों को पाल रहा जो।
अपनी खुशियों को त्याग के, मेहनत की आग से।
चूल्हे पर रखी चावल को उबाल रहा वो।
वह बाप ही है, अपने परिवार की खुशियों को सँवार रहा जो।
नैतिक शिक्षा पर आधारित प्रेरणादायक कहानी
ना जाने पिछले जन्म में कौन सा पाप किया था, जो ऐसे कंजूस मां-बाप के घर पैदा हो गया।” यह सोचते हुए कुंदन का मन दुःख और कुंठा से भर गया।
औरों के मां-बाप कैसे हैं, जो अपने औलाद की खुशी के अपना सब कुछ न्यौछावर कर देते हैं और एक मेरे मां-बाप है, जो हमेशा मेरी छोटी-छोटी ख्वाहिशों का गला घोंटते रहते हैं। मेरे लिए इनके पास कभी पैसा नहीं रहता, हर दम पैसे की तंगी का रोना रोते रहते हैं।
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